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भारत का भूगोल

भारत, दक्षिण एशिया में स्थित एक विशाल और विविधतापूर्ण देश है, जिसका भूगोल अत्यंत समृद्ध, जटिल और विविधता से भरा हुआ है। यह देश समुद्र, पर्वत, मरुस्थल, मैदान, और वन क्षेत्रों से युक्त है, जो इसे भूगोल की दृष्टि से एक अद्भुत देश बनाते हैं। 1. भारत की भौगोलिक स्थिति भारत उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है। यह भूमध्य रेखा के उत्तर में 8°4′ उत्तरी अक्षांश से 37°6′ उत्तरी अक्षांश तक और 68°7′ पूर्वी देशांतर से 97°25′ पूर्वी देशांतर तक फैला हुआ है। उत्तर से दक्षिण की लंबाई: लगभग 3,214 किलोमीटर पूर्व से पश्चिम की चौड़ाई: लगभग 2,933 किलोमीटर कुल क्षेत्रफल: लगभग 32,87,263 वर्ग किलोमीटर (विश्व में सातवां सबसे बड़ा देश) 2. भारत की सीमाएँ भारत की सीमाएँ 7 देशों से मिलती हैं: उत्तर में: चीन, नेपाल, और भूटान पश्चिम में: पाकिस्तान पूर्व में: बांग्लादेश और म्यांमार दक्षिण-पूर्व में: श्रीलंका (समुद्री सीमा के माध्यम से) तीनों ओर से भारत को समुद्र घेरे हुए हैं: पश्चिम में: अरब सागर पूर्व में: बंगाल की खाड़ी दक्षिण में: हिंद महासागर 3. भारत के प्रमुख भौगोलिक क्षेत्र भारत के भूगोल को...

आंख की कार्य प्रणाली

 आंख की कार्य प्रणाली एक अद्वितीय और जटिल प्रणाली है जो हमें दुनिया को देखने और समझने में मदद करती है। यह प्रणाली अनेक भागों से मिलकर बनी होती है और हर भाग का अपना महत्व होता है। आंख की प्रमुख भागों में शामिल हैं: 1. कोरोइड: यह आंख की पोषण और रक्त प्रवाह के लिए जिम्मेदार होता है। 2. रेटिना: यह आंख की पीछे की ओर स्थित होती है और रोशनी को रूपांतरित करने के लिए जिम्मेदार होती है। 3. लेंस: यह आंख की दृष्टि को समायोजित करने में मदद करता है। 4. कोर्निया: यह आंख की बाहरी सतह पर स्थित होता है और दृष्टि को स्पष्ट रूप से देखने में मदद करता है। इन सभी भागों का संयोजन और सहयोग एक सुदृढ़ और सही दृष्टि प्रदान करने में मदद करता है। यदि इनमें से कोई भी भाग किसी कारणवश कमजोर हो जाता है तो दृष्टि कमजोर हो सकती है और विभिन्न आंख संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए, आंख की कार्य प्रणाली का सही ध्यान रखना और उसकी देखभाल करना बहुत महत्वपूर्ण है। नियमित आंख जांच, स्वस्थ आहार, और स्वस्थ जीवनशैली इस प्रणाली को स्वस्थ और सकारात्मक रखने में मदद कर सकती है।

Ph मान

 Ph मान यहां ph का पूर्ण रूप पावर ऑफ हाइड्रोजन हैं  Ph मान  7से कम तो अम्लीय पदार्थ Ph मान 7 से अधिक तो क्षारीय पदार्थ  Ph मान 7 तब पदार्थ उदासीन होगा  Ph मान ताप बढ़ने पर घटता है क्रमांक पदार्थ का नाम( Name of Substance) PH मान (PH Value) 1. नींबू का रस 2.2-2.4 2. सिरिका 2.5-3.4 3. शराब 2.8-3.8 4. टमाटर का जूस 4.0- 4.4 5. बीयर 4.0-5.0 6. काँफी 4.5-5.5 7. मानव मूत्र (यूरिया ) 4.8 – 8.4 8. मानव लार 6.5 – 7.5 9. दूध 6.4 10. मानव रक्त 7.4 11. शुद्ध जल 7 12. समुद्री जल 8.4 13. आँसू 7.4

विटामिनों के रासायनिक नाम उनकी कमी से होने वाले रोग

  विटामिन का नाम रासायनिक नाम पूर्तिकर्ता विटामिन की कमी से  होने वाले रोग व लक्षण विटामिन ‘ए’ रेटिनॉल अंडा, पनीर, हरी सब्जी, दूध, मछली का तेल रतौंधी, त्वचा का शुष्क पड़ जाना विटामिन ‘बी’1 थाइमीन अनाज के छिलके, दाल, तिल, सब्जियां   बेरी-बेरी, भूख न लगना विटामिन ‘बी’ 2 राइबोफ्लेविन दूध, हरी सब्जियां, खमीर, मांस जीभ में सूजन,मुख की त्वचा और होठों का फटना तथा आंखों का लाल हो जाना विटामिन ‘बी’3 पेंटोंथेनीक अम्ल मांस, हरी सब्जी, दूध, अंडे,गन्ना, टमाटर त्वचा का सूख जाना, डायरिया, मानसिक असंतुलन विटामिन ‘बी’ 5 नियासिन आलू टमाटर मूंगफली, पत्ति वाली सब्जियां बाल सफेद होना, मंदबुद्धि विटामिन ‘बी’6 पायरीडॉक्सिन दूध, कलेजी, हरी सब्जियां एनीमिया, वृद्धि कम होना, चिड़चिड़ापन,  त्वचा संबंधी समस्याएं, शिशु के शरीर में ऐंठन विटामिन ‘बी’ 7 निकोटिनिक अम्ल दूध, मांस, यकृत, अंडा पैलाग्रा विटामिन ‘बी’12 कोवालमिन यकृत, मांस, दूध सांघातिक अरक्तता विटामिन ‘सी’ एस्कार्बिक अम्ल टमाटर, संतरा, खट्टे पदार्थ, मिर्च,  अंकुरित अनाज, आलू स्कर्वी रोग, हड्डियों का कम विकास, घावों का देर से भरना, म...