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भारत का भूगोल

भारत, दक्षिण एशिया में स्थित एक विशाल और विविधतापूर्ण देश है, जिसका भूगोल अत्यंत समृद्ध, जटिल और विविधता से भरा हुआ है। यह देश समुद्र, पर्वत, मरुस्थल, मैदान, और वन क्षेत्रों से युक्त है, जो इसे भूगोल की दृष्टि से एक अद्भुत देश बनाते हैं। 1. भारत की भौगोलिक स्थिति भारत उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है। यह भूमध्य रेखा के उत्तर में 8°4′ उत्तरी अक्षांश से 37°6′ उत्तरी अक्षांश तक और 68°7′ पूर्वी देशांतर से 97°25′ पूर्वी देशांतर तक फैला हुआ है। उत्तर से दक्षिण की लंबाई: लगभग 3,214 किलोमीटर पूर्व से पश्चिम की चौड़ाई: लगभग 2,933 किलोमीटर कुल क्षेत्रफल: लगभग 32,87,263 वर्ग किलोमीटर (विश्व में सातवां सबसे बड़ा देश) 2. भारत की सीमाएँ भारत की सीमाएँ 7 देशों से मिलती हैं: उत्तर में: चीन, नेपाल, और भूटान पश्चिम में: पाकिस्तान पूर्व में: बांग्लादेश और म्यांमार दक्षिण-पूर्व में: श्रीलंका (समुद्री सीमा के माध्यम से) तीनों ओर से भारत को समुद्र घेरे हुए हैं: पश्चिम में: अरब सागर पूर्व में: बंगाल की खाड़ी दक्षिण में: हिंद महासागर 3. भारत के प्रमुख भौगोलिक क्षेत्र भारत के भूगोल को...

विटामिनों के रासायनिक नाम उनकी कमी से होने वाले रोग

 

विटामिन का नामरासायनिक नामपूर्तिकर्ताविटामिन की कमी से  होने वाले रोग व लक्षण
विटामिन ‘ए’रेटिनॉलअंडा, पनीर, हरी सब्जी, दूध, मछली का तेलरतौंधी, त्वचा का शुष्क पड़ जाना
विटामिन ‘बी’1थाइमीनअनाज के छिलके, दाल, तिल, सब्जियां  बेरी-बेरी, भूख न लगना
विटामिन ‘बी’ 2राइबोफ्लेविनदूध, हरी सब्जियां, खमीर, मांसजीभ में सूजन,मुख की त्वचा और होठों का फटना तथा आंखों का लाल हो जाना
विटामिन ‘बी’3पेंटोंथेनीक अम्लमांस, हरी सब्जी, दूध, अंडे,गन्ना, टमाटरत्वचा का सूख जाना, डायरिया, मानसिक असंतुलन
विटामिन ‘बी’ 5नियासिनआलू टमाटर मूंगफली, पत्ति वाली सब्जियांबाल सफेद होना, मंदबुद्धि
विटामिन ‘बी’6पायरीडॉक्सिनदूध, कलेजी, हरी सब्जियांएनीमिया, वृद्धि कम होना, चिड़चिड़ापन,  त्वचा संबंधी समस्याएं, शिशु के शरीर में ऐंठन
विटामिन ‘बी’ 7निकोटिनिक अम्लदूध, मांस, यकृत, अंडापैलाग्रा
विटामिन ‘बी’12कोवालमिनयकृत, मांस, दूधसांघातिक अरक्तता
विटामिन ‘सी’एस्कार्बिक अम्लटमाटर, संतरा, खट्टे पदार्थ, मिर्च,  अंकुरित अनाज, आलूस्कर्वी रोग, हड्डियों का कम विकास, घावों का देर से भरना, मसूड़ों से खून बहना
विटामिन ‘डी’कैल्सिफेरॉलमक्खन, मांस-मछली, यकृत, अंडे की जर्दी, सूर्य का प्रकाशरिकेट्स, अस्थियों की कोमलता तथा टेढ़ापन, दांतों का विकास न होना, दंतक्षय
विटामिन ‘ई’टेकोफेरॉलदूध मक्खन हरी सब्जियां तेल कलेजी आदिबांझपन, एनीमिया
विटामिन ‘के’नेफ़्थोक्विनोनटमाटर हरी सब्जियांरक्त स्कंदन
फोलिक अम्लतेरोईल ग्लूटेमिकदाल, अंडा, यकृत, सेम, सब्जियां

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परिचय: मौर्य साम्राज्य प्राचीन भारत का एक सबसे शक्तिशाली और संगठित साम्राज्य था, जिसकी स्थापना चंद्रगुप्त मौर्य ने 322 ईसा पूर्व में की थी। इस साम्राज्य ने भारतीय उपमहाद्वीप के विशाल भूभाग पर शासन किया और प्रशासन, अर्थव्यवस्था, सैन्य शक्ति और संस्कृति के क्षेत्र में अत्यंत उन्नति प्राप्त की। 1. मौर्य साम्राज्य की स्थापना: चंद्रगुप्त मौर्य और चाणक्य का योगदान: मौर्य साम्राज्य की नींव चंद्रगुप्त मौर्य और उनके गुरु व रणनीतिकार आचार्य चाणक्य (कोटिल्य) ने रखी। नंद वंश के पतन के बाद चंद्रगुप्त ने मगध को जीतकर एक नए साम्राज्य की शुरुआत की। आचार्य चाणक्य की नीति, कूटनीति और "अर्थशास्त्र" ने मौर्य शासन को मजबूती प्रदान की। 2. बिन्दुसार का शासन (297–273 ईसा पूर्व): चंद्रगुप्त के बाद उनके पुत्र बिन्दुसार ने गद्दी संभाली। उन्होंने साम्राज्य का विस्तार दक्षिण भारत तक किया। बिन्दुसार के शासनकाल में प्रशासनिक स्थिरता बनी रही और व्यापार फला-फूला। 3. सम्राट अशोक का युग (268–232 ईसा पूर्व): मौर्य साम्राज्य का स्वर्ण काल सम्राट अशोक के शासनकाल में देखा गया। प्रारंभ में वह एक वीर योद...

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